काले, लंबे और घने बाल किसी की भी सुंदरता में चार-चांद लगा देते हैं। लेकिन कई बार बाल समय से पहले सफेद होने लगते हैं जिससे खूबसूरती कम होने लगती है। बालों का समय से पहले सफेद होना शरीर में पित्त दोष का एक स्पष्ट संकेत है। इसके अलावा बालों के सफेद होने में योगदान देने वाले विभिन्न प्रकार के पोषण, मनोवैज्ञानिक और पर्यावरणीय कारक हो सकते हैं। इसके अलावा मेडिकल प्रॉब्लम्स (जैसे अल्बिनिज्म और विटिलिगो), आनुवांशिक कारक, केमिकल्स का उपयोग (जैसे बालों में ब्लीचिंग करना या बालों में कलर का अत्यधिक उपयोग) और हार्मोनल प्रॉब्लम्स (जैसे थायराइड की समस्या, प्रेग्नेंसी) भी अक्सर इस समस्या को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
क्या आप सफ़ेद बालों से छुटकारा पाने में मदद करने वाले उपाय ढूंढ रही हैं? तो आयुर्वेद निश्चित रूप से आपकी मदद कर सकता है। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ टाइम-टेस्ट्ड हर्बल और प्राकृतिक उपचार लेकर आए हैं। इसके बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें।
सफेद बाल रोकने के आयुर्वेदिक नुस्खे
- भृंगराज
- करी पत्ता
- मेहंदी
- प्याज
- आंवला
- शेरा लेपा
- शिरोधारा
भृंगराज
भृंगराज मेटाबॉलिज्म को सही करने और बालों के नेचुरल कलर को बहाल करने में मदद करता है। सफ़ेद बालों से बचने का यह सबसे अच्छा प्राकृतिक उपचार है। भृंगराज में हरीतकी होता है जो समय से पहले बालों को सफेद होने से रोकने में मदद करता है। बालों में भृंगराज तेल का रेगुलर इस्तेमाल करने से बालों को मलिनकिरण में मदद मिलती है।
इस्तेमाल का तरीका
- आप या तो भृंगराज तेल की मसाज भृंगराज को कैस्टर ऑयल के साथ मिलाकर कर सकती हैं।
- कैस्टर ऑयल बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने के लिए प्रभावी है।
- बालों के झड़ने को कम करने और बालों के कलर को बनाए रखने में मदद करने के लिए आप अपने हेयर पैक में भृंगराज पाउडर भी मिला सकती हैं।
- आप हर हफ्ते दो बार भृंगराज पेस्ट को अपने स्कैल्प पर लगा सकती हैं और 20 मिनट के बाद बालों को माइल्ड शैंपू से धो दें।
सफेद बालों के लिए करी पत्ता
नारियल का तेल और करी पत्ता बालों की जड़ों को पोषण देने और मेलेनिन गठन को सही करते हुए कैल्शियम की आपूर्ति करता है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और आयोडीन, सेलेनियम, जिंक, आयरन आदि जैसे मिनरल्स की मात्रा इसमें मौजूद होती है जिससे बालों को सुंदरता और मजबूती मिलती है। इसके अलावा बीटा केरोटिन और प्रोटीन की भरपूर मात्रा सफेद बालों की परेशानी को दूर करती है।
इस्तेमाल का तरीका
- 50 ग्राम करी पत्ते या नीम के पत्तों को 500 मिलीलीटर नारियल के तेल या किसी अन्य तेल में अच्छी तरह से उबालें।
- फिर इस मिश्रण को ठंडा होने दें। इसे छानकर किसी बोतल में रख लें।
- अपने स्कैल्प और बालों की मालिश करने के लिए इस तेल का उपयोग करें।
- आधे घंटे के बाद हर्बल शैम्पू से धो लें।
मेहंदी
मेहंदी बालों को कलर करने के लिए सबसे फेमस तरीकों में से एक है। मेहंदी प्रत्येक बाल शाफ्ट को कोट करने में मदद करता है और एक सुरक्षात्मक परत बनाता है। यह न सिर्फ बालों को कलर देता है, बल्कि यह बालों को कंडीशन भी करता है।
इस्तेमाल का तरीका
- एक आयरन की कटोरी में रातभर मेंहदी पाउडर को ब्लैक टी के पानी में भिगोएं।
- अगले दिन अपने बालों पर इसका इस्तेमाल करें।
- इस पेस्ट में कंडीशनिंग गुण जोड़ने के लिए आप आंवला पाउडर मिला सकती हैं।
प्याज
प्याज में मौजूद सल्फर न सिर्फ बालों के झड़ने को रोकता है बल्कि उन्हें प्राकृतिक रूप से काला करने में भी मदद करता है। इसके अलावा प्याज में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो बालों की ग्रोथ को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा प्याज में मौजूद एंजाइम बालों को जड़ों से मजबूत बनाता है।
इस्तेमाल का तरीका
- प्याज के रस में कॉटन डालें और फिर स्कैल्प और बालों में अच्छी तरह लगाएं।
- लगाने के बाद हल्के हाथों से बालों पर मसाज करें।
- इसके बाद 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर माइल्ड शैंपू से धो लें।
- इस उपाय को हफ्ते में 2 से 3 बार करें।
- आपको कुछ ही दिनों में फर्क जल्दी नजर आने लगेगा।
आंवला
यह अद्भुत जड़ी बूटी न केवल बालों के ग्रोथ में सुधार करती है, बल्कि सफेद बालों का इलाज भी करती है। आंवला प्राकृतिक बालों के रंग की रक्षा करता है और सफेद बालों की समस्या दूर करता है। यह विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट का एक समृद्ध स्रोत है जो फ्री-रेडिकल्स से लड़ता है और सफेद बालों की समस्या को दूर करता है।
इस्तेमाल का तरीका
- सबसे पहले एक पैन में नारियल तेल गर्म करें।
- फिर इसमें आंवला पाउडर और मेथी पाउडर डालें।
- गैस बंद करें और इस पेस्ट को ठंडा होने दें।
- इस पेस्ट को बालों और स्कैल्प पर अच्छी तरह लगाएं।
- अच्छी तरह मसाज करें और रातभर छोड़ दें।
- इस पेस्ट को हफ्ते में एक बार जरूर इस्तेमाल करें।
शेरा लेपा
इस आयुर्वेदिक उपचार में औषधीय तेलों के साथ सिर पर हर्बल पेस्ट और बालों की मालिश शामिल है। यह उपचार बालों की सफेदी और बालों के झड़ने का इलाज करने में मदद करता है और डिटॉक्सीफेक्शन को बढ़ावा देता है।
शिरोधारा
संस्कृत में ‘शिरो’ का अर्थ है सिर और ‘धरा’ का अर्थ है एक धारा के रूप में डालना। शिरोधारा ट्रीटमेंट पित्त दोष का सबसे अच्छा उपचार है। यह तनाव को कम करने, तंत्रिका तंत्र को शांत करने और अनिद्रा का इलाज करने में प्रभावी है।
इस्तेमाल का तरीका
- इसमें सिर, स्कैल्प और माथे पर किसी तरल पदार्थ को धारा के रूप में कुछ समय तक बिना रूके गिराया जाता है।
- शिरोधारा के लिए रोग की प्रकृति के अनुसार औषधीय तेल, दूध या केवल पानी का प्रयोग किया जाता है।
आप भी इन उपायों को अपनाकर सफेद बालों से छुटकारा पा सकती हैं। हालांकि यह उपाय आयुर्वेदिक हैं और इनके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। लेकिन इन्हें इस्तेमाल करने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें, क्योंकि हर किसी के बाल अलग तरह के होते हैं।